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سبزه همان وگل و صحرا همان |
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باغ همان سایه همان جا همان |
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گرد چمن شاهد زیبا بسی است |
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دردل من شاهد زیبا همان |
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در چمنی هر کس و من بردرش |
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باغ من آنست و تماشا همان |
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در چمنی هر کس و من بر درش |
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باغ من آنست و تماشا همان |
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نام نماند از دل و جان و هنوز |
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عشق همانست و تمنا همان |
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نام نماند ازدل و جان و هنوز |
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عشق همانست و تمنا همان |
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چشم مرا سیل ز دریا گذشت |
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سوختگی دل شیدا همان |
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قهر تو لطفی است که عشاق را |
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خار همان باشد و خرما همان |
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فرق میان دولبت کی توان |
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خضر همان است و مسیحا همان |
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از تو بلا و ز دل خسرو رضا |
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کز تو همان شاید و از ما همان |
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روی زمین را تویی آب حیات |
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تشنه ز تو هر که به روی زمین |
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زلف که شد طوق گلوی تو کرد |
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سلسله در گردن ما معین |
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گر توانی بدو رسانیدن |
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یک سلام از من ای صبا برسان |
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پس بگو کز دو چشم فتنه پرست |
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بده انصاف ما و یا بستان |
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ببخشای بر نالهی عندلیب |
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الا ای گل ناز پرورد من |
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که گر هم بدین نوع باشد فراق |
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به کوی تو آرد صبا گرد من |
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فغان من ازدست جو تو نیست |
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که از طالع ما درآورد من |
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تو دردی نداری که دردت مباد |
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ازان رحمتت نیست بردرد من |
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