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ترا باری چو من گر یار باید |
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ازین به مر مرا تیمار باید |
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اگر بیمار باشد ور نباشد |
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مر این دل را یکی دلدار باید |
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اگر ممکن نباشد وصل باری |
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بسالی در یکی دیدار باید |
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بیازردی مرا وانگه تو گویی |
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چه کردی کز منت آزار باید |
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مرا گویی که بیداری همه شب |
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دو چشم عاشقان بیدار باید |
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چو من وصل جمال دوست جویم |
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مرا دیده پر از زنگار باید |
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چه کردی بستدی آن دل کز آن دل |
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مرا در عشق صد خروار باید |
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مرا طعنه زنی گویی دلیرا |
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دلی بستان چرا بیکار باید |
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دل خسته چه قیمت دارد ای دوست |
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که چندین با منت گفتار باید |
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طمع برداشتم از دل ولیکن |
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مر این جان را یکی زنهار باید |
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همه خون کرد باید در دل خویش |
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هر آنکس را که چون تو یار باید |
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ایا نیکوتر از عمر و جوانی |
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نکو رو را نکو کردار باید |
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مرا دیدار تو باید ولیکن |
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ترا یارا همی دینار باید |
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مرا دینار بی مهرست رخسار |
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چنین زر مر ترا بسیار باید |
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اگر خواهی به خون دل کنی نقش |
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ولیکن نقش را پرگار باید |
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